वाटर वर्कआउट करके पायें चुस्ती फुर्ती | water workout karke payen chusti furti



व्यक्ति अपने शरीर को फिट रखने के लिए कई तरह के प्रयास करता है लकिन उसे उचित परिणाम नहीं मिलते है | अक्सर लोग शरीर को शक्तिशाली और निरोगी बनाने के लिए सैर करते है, जिम जाकर व्यायाम करते है लेकिन आपको उतना फायदा नहीं मिलता है | अगर आपको इन सबसे उचित परिणाम नहीं मिले है तो वाटर वर्कआउट करके आप अधिक फायदा ले सकते है |

water workout


अगर आपने इस पहले आजमाया है तो इसे विशेष तरीके से करके आप अधिक फायदा ले सकते है | वाटर वर्कआउट करके आप कई तरह की बिमारियों को दूर कर सकते है | अन्य व्यायाम करने से शरीर के कुछ ही अंगो को फायदा होता है लेकिन वाटर वर्कआउट से आपके शरीर के सभी अंगों की बढ़िया कसरत हो जाती है साथ ही मांसपेशियों का खिंचाव होने से उन्हें भी मजबूती मिलती है |

जो लोग आर्थराइटिस, डायबिटीज़, मोटापे से ग्रस्त है उन्हें तो वाटर वर्कआउट से बहुत ज्यादा लाभ हो सकता है | आर्थराइटिस से पीड़ित लोगो के लिए वाटर एरोबिक बहुत बढ़िया तरीका माना जाता है क्योंकि हवा में वर्कआउट करने से हाथ या पैर गलत दिशा में जाने से चोट लगने की संभावना बन सकती है | इसकी जगह वाटर वर्कआउट करके आप फिट और सुरक्षित रह सकते है | पानी में रहने से आपका शरीर बहुत हल्का सा रहता है जो वर्कआउट करते समय बेहद सुरक्षित होता है | इसके अलावा गुरुत्वाकर्षण बल की तरह पानी भी शरीर के भार को कम कर देता है जिससे हमारा शरीर पानी में तैरने लगता है |

पानी में रहकर हाथ पैरों को चलाकर आप उनकी अच्छी कसरत कर सकते है इसके अलावा वाटर वर्कआउट से आपके शरीर को अनेको फायदे हो सकते है | आइये जानते है वाटर वर्कआउट से होने वाले फायदों को जो आपके सामने इस प्रकार से है :

सबसे पहले हमें वाटर वर्कआउट के बारे में जान लेना चाहिए कि वाटर वर्कआउट क्या है और आप इसका फायदा कैसे ले सकते है :

वाटर वर्कआउट :

किसी तालाब या स्विमिंग पूल में पानी के अन्दर तैरना या व्यायाम करने को वाटर वर्कआउट का नाम दिया गया है | इसको एरो और अक्वा वर्कआउट के नाम से भी जाना जाता है | अगर आप कोई दूसरा व्यायाम करते है तो शायद आपको इतना फायदा नहीं होगा जितना वाटर वर्कआउट से होता है | ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वाटर वर्कआउट करने से ज्यादा कैलोरी बर्न होती है |

विशेषज्ञों के अनुसार पानी में एक्सरसाइज करते समय शरीर के वजन केवल दस प्रतिशत रह जाता है | वाटर वर्कआउट करके जोड़ो के दर्द तथा गठिया रोग को कुछ ही समय में दूर करने में मदद मिलती है | इससे मंपेशियों को मजबूती मिलने के साथ साथ उनमे लोच बनने लगती है | अगर आप दिन में एक घंटा वाटर वर्कआउट करते है तो आप 16000 से 20000 कैलोरी बर्न कर सकते है |

वाटर वर्कआउट करने से शरीर की चर्बी को खत्म करने के साथ साथ शरीर को शेप में लाया जा सकता है |

सावधानी रखें :

अगर अप पहली बार वाटर वर्कआउट करने जा रहे है तो पहले किसी ट्रेनर को साथ लें और कुछ दिनों तक उसकी देखरेख में ही रहें | ज्यादा समय तक पूल में नहीं रहना चाहिए क्योंकि इससे त्वचा पर सनबर्न होने की संभावना हो सकती है | पूल में जाने से लगभग 20 मिनट पहले प्रभावी सनस्क्रीन का इस्तेमाल आकर लेना चाहिए |

वाटर वर्कआउट करने के लिए तीन स्तर :

घुटनों तक पानी, पेल्विक स्तर , चेस्ट लेवल |

महिलाओं को वजन कम करने और शरीर को शेप में लाने के लिए कम पानी में वर्कआउट करना चाहिए | क्योंकि इससे मांसपेशियों में खिंचाव किया जा सकता है | सामान्य रूप से कोई भी व्यक्ति वाटर वर्कआउट करके अधिक से अधिक लाभ ले सकता है | इससे कई प्रकार के रोगों के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है |





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