छ्दिवाई हुई नाक की सफाई (nose piercing) कैसे करें |



वैसे तो शरीर के प्रत्येक अंग की सफाई करनी बहुत जरूरी होती है लेकिन महिलाओं के लिए छिदवाई हुई नाक की सफाई करनी बहुत जरूरी होती है | अगर ठीक ढंग से सफाई नहीं की जाए तो उसमे संक्रमण होने की संभावना भी बन सकती है | हालाँकि छिदवाई हुई नाक की सफाई करने में ज्यादा मेहनत की जरूरत भी नहीं पड़ती है और इसे कुछ उपायों को अपनाते हुए आसानी से साफ किया जा सकता है |

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आज हम आपको इस लेख के माध्यम से छिदवाई हुई नाक को साफ करने के उपायों के बारे में बताने जा रहे है | आइये जानते है इस विषय से जुड़ी कुछ खास बातें जो आपके सामने इस प्रकार से है :

छिदवाई नाक की सफाई दिन में दो बार करें :

छिदवाई हुई नाक को दिन में दो बार सुबह और शाम को साफ करना चाहिए | जब तक नाक उचित रूप से साफ ना हो जाए तब तक ऐसा करना चाहिए | नियमित रूप से सफाई करने से नाक में गंदगी जमने से होने वाले संक्रमण की संभावना कम होने लगती है | हालाँकि सफाई उचित रूप से ही करनी चाहिए अगर जरूरत से ज्यादा सफाई की जाए तो नाक में खुजली होने की समस्या होने लगती है जिसकों ठीक करने में भी काफी समय लगता है |

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नमक के मिश्रण का प्रयोग करके :

नमक के मिश्रण का प्रयोग करके छिदवाई हुई नाक को साफ करने में फायदा लिया जा सकता है | नमक का मिश्रण बनाने के लिए एक कप गुनगुना पानी लें और इसमें लगभग 1/4 छोटा चम्मच आयोडीन रहित समुंद्री नमक भी मिला लें | अगर आपको नमक उपलब्ध ना मिले तो आप केमिस्ट (chemist) की दुकान से स्टेराइल सेलिन का पैकेज्ड मिश्रण (packaged sterile saline solution) लेकर प्रयोग में ला सकते है | इस तरह से आपका मिश्रण उपयोग के लिए तैयार हो जाता है |

हाथों को अच्छी तरह धो लें :

किसी भी संक्रमण से बचने के छिदवाई हुई नाक को छूने से पहले हाथों को किसी अच्छे एंटि बैक्टीरियल (antibacterial) साबुन से धोकर साफ कर लेना चाहिए | क्योंकि छिदवाई हुई नाक एक खुला घाव होता है जिस पर बैक्टीरिया का प्रभाव रहता है और आपके हाथों द्वारा इस पर स्पर्श करने से हाथ भी संक्रमण के प्रभाव में आ सकते है |

कॉटन बॉल को नमक मिश्रण में डुबाकर प्रयोग करें :

रुई के फोवे को नमक मिश्रण के घोल में डूबोकर छिदवाई हुई नाक के विपरीत जगह पर लगाकर हल्का सा दबा दें और उसी जगह तीन या चार मिनट तक लगाये रहें | इसके बाद रुई के फोवे को हटा दें और इसे हटाते समय सावधानी रखें क्योंकि नोज पिन इसमें फंस सकती है जिसके कारण नाक में तेज दर्द हो सकता है |

उस जगह को साफ टिशू (tissue) से पोछकर सुखाए :

छिदवाई हुई नाक की उचित रूप से सफाई करने के लिए उपयोग में लायी हुई चीजों जैसे कॉटन बॉल, टिशू या पेपर टॉवल (tissue or paper towel) से आराम से सुखा देना चाहिए | इसके लिए तौलिये का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि तौलिये में बैक्टीरिया हो सकते है साथ ही इसके स्टड या नोज़ पिन में फंसने की संभावना हो सकती है |

जमी हुई परत (crusting) को निकालने के लिए क्यू-टिप (q-tip) का इस्तेमाल करें :

अगर छिदवाई हुई नाक के आस पास गंदगी ज्यादा जमने से कोई कठोर परत जम जाती है तो उसे अन्दर तक सफाई करके निकालना बहुत जरूरी होता है | हालाँकि इसके लिए ज्यादा जोर लगाने पर त्वचा छिलने के साथ साथ सूजन आने की समस्या भी होने लगती है | इस समस्या से बचने के लिए क्यू-टिप को नमक के मिश्रण में डूबोकर इसे स्टड के पीछे या नथुने (nostril) के अंदर नोज़ रिंग के आस पास हल्के हाथों से रगड़ना चाहिए | इसका प्रयोग ज्यादा जोर से नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे स्टड नाक से बाहर आ सकता है |

जल्दी ठीक करने के लिए थोड़े से लैवेंडर तेल (Lavender oil) का प्रयोग करें :

छिदवाई हुई जगह पर लैवेंडर तेल (Lavender oil) का प्रयोग करने से आवश्यक चिकनाई मिल जाती है जिसके कारण इसके आस पास की जगह की कोमलता कम होने के साथ साथ घाव को जल्दी ठीक करने में मदद ली जा सकती है | इसलिए सफाई करने के थोड़ी देर बाद क्यू-टिप का प्रयोग करके लैवेंडर तेल लगा लेना चाहिए |

छिदवाई हुई नाक की सफाई करते समय नोज पिन को घुमाते रहना चाहिए ताकि छिदवाई हुई जगह के अन्दर तेल पहुँच जाए | इसके बाद साफ टिशू का इस्तेमाल करके तेल को पोंछ लें ताकि बाद में खुजली होने की समस्या ना हो |

आपको लैवेंडर तेल किसी भी केमिस्ट की दुकान पर आसानी से मिल जायेगा | इसे खरीदने से पहले तेल की शीशी पर बीपी” (BP) या मेडिसिनल ग्रेड (medicinal grade)” लिखा हुआ जाँच लें |

सफाई करते समय आपको कुछ बाते ध्यान अवश्य रखनी चाहिए ताकि आपको कोई असुविधा ना हो | इसके लिए कुछ बातें इस प्रकार है :

सफाई करते समय हाथों पर एंटि सेप्टिक (antiseptic) प्रोडक्ट का प्रयोग नहीं करें :

सफाई करते समय त्वचा को खुजली की समस्या से बचाने के लिए हाथों पर तेज एंटि सेप्टिक प्रोडक्ट जैसे की बैक्टीन (Bactine), बैसिट्रिसन (bacitracin), हाइड्रोजेन पेरोक्साइड (hydrogen peroxide), अल्कोहल, टि ट्री ऑइल (tea tree oil) आदि का प्रयोग करने से बचना चाहिए | इनसे त्वचा को भी नुकसान हो सकता है और इसके प्रभाव को ठीक करने में भी काफी समय लगता है |

छिदवाई नाक को ढकने के लिए मेकअप का सहारा ना लें :

चेहरे पर ज्यादा मेकअप लगाकर छिदवाई हुई नाक को ढकने का प्रयास नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे घाव भरने के साथ साथ संक्रमण होने की संभावना बन सकती है | इसके अलावा धूप के लिए इस्तेमाल होने वाले लोशन और अन्य कॉस्मेटिक का प्रयोग करते समय भी ध्यान रखना चाहिए |

नोज़ रिंग या स्टड को छिदवाई हुई जगह पूरी तरह से ठीक हो जाने तक न निकाले :

अगर आप ऐसा करते है तो छिदवाई हुई नाक बंद होने की संभावना हो सकती है | एक बार छेद बंद होने के बाद जब आप दोबारा उसमे पिन पहनने की कोशिश करती है तो उसमे दर्द होने लगता है साथ ही सूजन और संक्रमण होना का खतरा भी होने लगता है |

इसलिए नाक छिदवाने के बाद जब तक घाव पूरी तरह से भर कर ठीक नहीं हो जाता है तब तक आपको पिन को नाक से बाहर नहीं निकालना चाहिए | सामान्य रूप से घाव ठीक होने में 12 से 14 हफ्ते का समय लग सकता है |

बाथ टब और पूल में नहाने से परहेज रखें :

जब आप बाथ या स्विमिंग पूल में नहाते है तो पानी में आपकी नाक डूब जाती है जिसके कारण छिदवाई हुई नाक के घाव में बैक्टीरिया बनने लगते है | इन्ही के कारण संक्रमण होने की संभावना बन सकती है | इसलिए नहाते समय हमेशा अपनी छिदवाई हुई नाक को सुरक्षित रखना चाहिए | इसके लिए आप नाक पर वॉटरप्रूफ बैंडेज (wound-sealant bandage) का प्रयोग करके लाभ ले सकते है |

तकिये को साफ कर लें :

तकिये को सही तरह से साफ करके ही इस्तेमाल में लाना चाहिए क्योंकि इस पर गंदगी जमने के कारण बैक्टीरिया होने लगते है | इसलिए समय समय पर तकिये का कवर बदलने के साथ साथ तकिये की भी सफाई करनी चाहिए |

बिना वजह छिदवाई नाक को ना छूएं :

कई बार छिदवाई हुई नाक को बार बार हाथ लगाने से भी इसमें परेशानी होने लगती है इसलिए कभी भी बिना वजह इसे स्पर्श नहीं करना चाहिए | केवल जब आप इसकी सफाई करते है तब ही इसको हाथ से स्पर्श करना चाहिए | अगर घाव ठीक हो रहा है तो आप नोज रिंग को घूमा कर इसका पता लगा सकते है |

आवश्यक सलाह :

गंदे हाथों से छिदवाई हुई नाक के घाव को स्पर्श नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे गंदगी घाव में जाने से संक्रमण की संभावना बन सकती है |

गर्म पानी का इस्तेमाल करके नहाने से छिदवाई हुई नाक पर जमी गंदगी की परत अपने आप ही उतर जाती है |

छिदवाई हुई नाक को दिन में तीन बार से ज्यादा साफ नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे घाव में दर्द होने के साथ साथ संक्रमण की समस्या हो सकती है |

ध्यान रखें :

छिदवाई हुई नाक के पास जमी हुई पपड़ी को कभी भी नहीं खींचना चाहिए चाहे वो कितना भी अच्छा दिखे क्योंकि इससे संक्रमण हो सकता है |

नथुने के अन्दर की सफाई करते समय हमेशा नए और साफ कॉटन बड का प्रयोग करके लाभ लेना चाहिए क्योंकि इससे कीटाणुओं को फैलने से रोका जा सकता है |

छिदवाई हुई नाक में ज्वेलरी की जगह सिल्वर स्लीपर (silver sleepers) पहनने चाहिए क्योंकि स्लीपर्स नुकसानदायक साबित हो सकते है | इनके प्रभाव से घाव को ओक्सीडाइज़ (oxidize) कर दिया जाता है जिसके कारण नाक पर हमेशा के लिए एक काला धब्बा या दाग हो जाता है | इस धब्बे को अरगिरीया (argyria) कहा जाता है जिसके कारण त्वचा पर एलर्जी की समस्या हो सकती है |

छिदवाई हुई नाक की सही तरीके से सफाई करने के लिए आपको कुछ चीजों की जरूरत होती है जो इस प्रकार है :

एंटि बैक्टीरियल साबुन, नमकीन घोल (Saline Solution) या समुद्री नमक (sea salt), कॉटन बड्स, क्यू टिप, टिशू या टॉइलेट पेपर, लैवेंडर का तेल, एक साफ प्लास्टिक का मग, कुनकुना पानी आदि।










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