जानिए ओरल से-क्स से भी हो सकता है एड्स या एचआईवी होने का खतरा |



एड्स या एचआईवी होने का खतरा कई कारणों से हो सकता है लेकिन अक्सर लोग इसके बारे में नई चीजें जानने के लिए बेताब रहते है | वही कुछ लोग शारीरिक सम्बन्ध बनाते समय भी कुछ बातों को लेकर भ्रम पाले रहते है कि ऐसा करने से भी एड्स हो सकता है | आजकल जो बात जोरो पर है कि क्या ओरल से-क्स करने से भी एड्स हो सकता है |

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आज हम आपको इस लेख के माध्यम से इस विषय के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने जा रहें है | इसलिए आइये जानते है इस सम्बन्ध में कुछ खास बाते जो आपके सामने इस प्रकार से है 

इस सम्बन्ध में पूछने पर विशेषज्ञ भी अक्सर कहते है कि ओरल से-क्स की तुलना में वैजाइनल या एनल से-क्स से एड्स होने का खतरा ज्यादा रहता है लेकिन इस बात से वे भी पूरी तरह से सहमत नहीं होते है और इसे विश्वास के साथ पूरी तरह सही भी नहीं कह सकते है |

आज कल शारीरिक संबंधो को मजेदार बनाने के लिए कपल्स नयी नयी तकनीक अपनाते है उन्ही में से एक नई तकनीक का नाम ओरल से-क्स है | इस तकनीक में कपल्स अपने मुंह का प्रयोग करके वैजाइना, एनल या पेनिस को उत्तेजित करते है | हालाँकि इस तरह से एड्स से संक्रमित होने की संभावना बहुत कम होती है | लेकिन अगर एचआईवी वायरस से संक्रमित व्यक्ति को मेम्ब्रेन, म्यूकस और स्किन ब्रोकेन आदि समस्या है या फिर उसके जबड़ो में कोई घाव या अल्सर की समस्या है तो उसके साथ ऐसा करने पर आप भी संक्रमण की चपेट में आ जाते हो और आपको भी एड्स हो सकता है |

जब किसी संक्रमित व्यक्ति का उपचार लगभग 6 महीने से चल रहा हो तो उसके साथ ओरल से-क्स करने पर संक्रमण का खतरा बहुत कम होता है | लेकिन अगर संक्रमित व्यक्ति के लिंग को मुंह से उत्तेजित करते समय उसका वीर्य मुंह में ही स्ख्लन हो जाये तो आपको भी एड्स हो सकता है लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो एड्स होने की कोई संभावना नहीं बनती है |

पुरुष भी अगर अपनी महिला साथी को उत्तेजित करने के लिए मुंह से उसकी वैजाइना को उत्तेजित करने के प्रयास करते है तो उनमे भी एड्स होने का खतरा हो सकता है | अगर इस दौरान महिला को पीरियड्स हुआ होता है तो यह खतरा काफी बढ़ सकता है अगर ऐसा नहीं है तो एड्स का खतरा इतना ज्यादा नहीं रहता है |

इस तरह से समझा जा सकता है कि एक एचआईवी संक्रमित व्यक्ति दूसरे असंक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाता है और सावधानी रखता है तो उसे एड्स नहीं हो सकता है लेकिन अगर संक्रमित व्यक्ति का खून असंक्रमित व्यक्ति के खून के सम्पर्क में आता है तो दोनों को एड्स हो सकता है | इसी वजह से टैटू बनवाने के कारण भी व्यक्ति एड्स के वायरस से संक्रमित हो सकता है |

ओरल से-क्स के दौरान एचआईवी संक्रमण के खतरे को टालने के लिए साथी के वीर्य स्खलन से पहले अपना मुंह हटा लेना चाहिए | इसके लिए आप कई चीजों का इस्तेमाल कर सकते है जिनमे सबसे सस्ता और फायदेमंद है कंडोम का इस्तेमाल करना | कंडोम का इस्तेमाल करने से आप एसटीडी, एचआईवी, या दूसरे हेपाटाइटिस के संक्रमण से बचने में सफल हो सकते है साथ ही सम्भोग का भी पूर्ण आनंद ले सकते है |

अगर आप ओरल से-क्स का मजा लेना चाहते है और एचआईवी के संक्रमण से भी बचाना चाहते है तो आपको ओरल से-क्स करने से पहले कभी भी ब्रश या फ्लॉस नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे मसूड़ों में घाव होने की संभावना बन सकती है जिसके कारण उनमे से खून बहने लगता है | अगर इस खून से आपके खून का सम्पर्क हो जाता है तो आपको भी एड्स होने का खतरा बन सकता है |

इसलिए इन सभी समस्याओं से बचने के लिए हमेशा एक साथी के साथ ही शारीरिक सम्बन्ध बनाने चाहिए और हमेशा सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि जीवन हमेशा अनमोल होता है चाहे आपको हो या किसी और का | इसलिए नियमित रूप से एसटीआई की जांच करवायें, कंडोम का इस्तेमाल करना न भूलें |

ऊपर दी गयी जानकारी को ध्यान में रखते हुए आप एड्स के किसी भी संभावित खतरे को टाल सकते है और स्वयं को किसी जानलेवा बीमारी से बचाने में सफल हो सकते है | ऐसी ही खास जानकारी पाने के लिए इस ब्लॉग को शेयर और सब्सक्राइब करना ना भूलें |




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