शादी से पहले लड़कियां ज्यादा ज्यादा सजना
सवंरना कम ही करती है लेकिन शादी के बाद उनमे अचानक परिवर्तन होने लगता है जिसके
कारण उन्हें सजने सवरने के अनेकों चीजों का श्रृंगार करना पड़ता है | महिलाओं दवारा
पहने जाने वाली बिछिया का स्थान इन चीजों में 15 वे स्थान पर आता है | बिछिया को
चांदी की धातु का प्रयोग करके बनाया जाता है |
श्रृंगार करने से महिलाओं की शारीरिक सुन्दरता
तो बढ़ती ही है उन्हें कई प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक फायदे भी होते है | बिछिया
पहनने से भी महिलाओं को अनेकों फायदे होते है जैसे बिछिया का सम्बन्ध उनके गर्भाशय
से जुड़ा होने के कारण दोनों पैरों में बिछिया पहनने से महिलाओं की मासिक चक्र
सम्बन्धी समस्या दूर हो जाने के साथ साथ मासिक चक्र नियमित होने लगता है |
आयुर्वेद के अनुसार बिछिया पहनने से महिलाओं
में फर्टिलिटी प्रजनन क्षमता में वृद्धि करने के लिए की जाने वाली मर्म चिकित्सा
के लिए फायदा मिलता है | आज हम आपको बिछिया पहनने के कुछ खास फायदों के बारे में
बताएँगे जिन्हे जानकर आप हैरान हो जायेंगे | आइये जानते है महिलाओं को बिछिया
पहनने के क्या फायदे होते है :
शादी के बाद बिछिया पहनने से महिलाओं की गर्भ
धारण करने में मदद मिलती है क्योंकि बिछिया चांदी की बनी होने के कारण एक गुड
कंडक्टर धातु होती है | इससे हमारे शरीर को पृथ्वी की ध्रुवीय उर्जा अवशोषित करने
में मदद मिलती है | इससे शरीर का तनाव दूर होने लगता है अगर महिला ज्यादा
तनावग्रस्त स्थिति में रहती है तो उसका मासिक चक्र संतुलन बिगड़ने लगता है | इसलिए
महिलाओं को इस तरह की समस्या से बचने के लिए बिछिया पहननी चाहिए |
बिछिया पहनने से महिला के अन्दर शारीरिक उर्जा
में वृद्धि होने लगती है क्योंकि चांदी धातु के प्रभाव में आने से इच्छा शक्ति
बढ़ने लगती है | जो महिला बिछिया पहनती है वो हमेशा नकारात्मक प्रभाव से बची रहती
है साथ ही इससे होने वाली अन्य समस्याएँ स्वयं ही दूर हो जाती है |
बिछिया पहनने से साईटिक नर्व को दबाया जाता है
जिसके कारण शरीर के अन्य नसों में रक्त संचार की गति बढ़ने लगती है और यूटेरस, ब्लैडर व आंतों तक रक्त का संचार उचित रूप से
होने लगता है | इसी कारण गर्भाशय को भी आवश्यक मात्रा में रक्त की पूर्ति कराई जा
सकती है | इसलिए बिछिया पहनने से महिलाओं में तनाव की स्थिति दूर होने लगती है |
वैज्ञानिकों के मतानुसार पैरों के अंगूठे के
पास दूसरी ऊँगली में एक विशेष नस होती है जो सीधी गर्भाशय तक पहुँचती है और
गर्भाशय को नियंत्रित करने में मददगार होती है | बिछिया पहनने से ऊँगली की इस नस
पर दबाव बंनने लगता है जिसके कारण रक्तचाप संतुलित और नियंत्रित रहता है |
इसी वजह से महिलाओं में मासिक चक्र सम्बन्धी
समस्या दूर होने लगती है साथ ही महिलाओं के प्रजनन अंग को भी स्वस्थ रखा जा सकता
है | बिछिया पहनने वाली महिलाओं को गर्भधारण करने में किसी भी परेशानी का सामना
नहीं करना पड़ता है | बिछिया पहनने से एक्यूप्रेशर भी ठीक होने लगता है जो तलवे से
लेकर नाभि तक सभी नाड़ियों और पेशियों को व्यवस्थित करने में फायदेमंद होता है |
ज्यादातर महिलाएं बिछिया को पैर की दूसरी ऊँगली
में पहनती है लेकिन आज कल फैशन का जमाना होने के कारण इसे पैर की किसी भी ऊँगली
में पहना जा सकता है और फायदा लिया जा सकता है |
इस प्रकार से कहा जा सकता है की महिलाओं को
बिछिया पहनने से कई तरह के फायदे हो सकते है साथ ही उनकी शारीरिक सुन्दरता में भी
चार चाँद लग सकते है |
No comments:
Post a Comment