मनुष्य को अपने जीवन काल में अनेको अच्छी बुरी बातों को झेलना पड़ता है
इसी कारण उसके जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते है | जिनके कारण मनुष्य का दिमाग भी कई
बार असंतुलित हो जाता है | अगर व्यक्ति का दिमाग ही उसके नियंत्रण से बाहर हो जाये
तब आप कुछ भी सही नहीं कर पाते हो |
कई बार हमारे आप पास ऐसी स्थिति या माहौल बन जाता है जिसके कारण दिमाग
बेवजह परेशानी में रहने लगता है | समस्या चाहे कितनी भी बड़ी हो या गंभीर हो हमें
अपने दिमाग का संतुलन नहीं खोना चाहिए बल्कि धैर्य से काम लेना चाहिए और दिमाग को
नियंत्रण में रखना चाहिए |
आज हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे है जो आपके दिमाग के संतुलन के लिए
बहुत फायदेमंद होती है और आपको दिमाग सम्बन्धी कई परेशानियों से बचाने में मददगार
होती है | इन बातों के आलावा हमें कुछ बातों को इग्नोर भी करना चाहिए ताकि हमारे
दिमाग पर अतिरिक्त दबाव ना बने | आपके दिमाग को नियंत्रण में रखने के लिए कुछ खास
बातें इस प्रकार है |
जरूरत से ज्यादा ना सोचें :
कई बार मनुष्य जरूरत से ज्यादा विचार करता है जिससे उसके दिमाग पर जोर
पड़ने लगता है | कोई भी काम दो बार होता है पहली बार उसे हम अपने मन में सोचते है
और दोबारा वो काम असलियत में होता है | इसलिए किसी भी काम या बात को जरूरत से
ज्यादा ना सोचे क्योंकि एक बार जो आप सोच विचार करते है काम भी उसी के अनुसार होता
है | इसमें थोड़ा बहुत बदलाव होने पर कोई ज्यादा गंभीर मामला नहीं बनता है |
एक समय एक ही काम में हाथ डालें :
कभी भी एक समय पर दो काम करने की सोच नहीं रखनी चाहिए क्योंकि इससे आप
दोनों में से कोई काम सही तरीके से नहीं कर पाओगे और दिमाग पर ज्यादा बोझ भी बढ़ने
लगेगा | एक समय पर एक काम करने से उसके प्रति मन ज्यादा एकाग्रचित होता है और काम
भी पूर्ण रूप से होता है तथा इसमें व्यक्ति की सफलता का प्रतिशत 100 फीसदी होता है
|
व्यर्थ के विषय पर समय बर्बाद ना करें :
मनुष्य द्वारा किये गए कुछ काम कभी कभी गलत भी हो जाते है | जो पहले
कोई काम गलत हो गया हो उसे वर्तमान में सोच कर समय बर्बाद ना करें | इस तरह की
बातें दोहराने से मन विचलित होने लगता है तथा दिमागी संतुलन भी बिगड़ने लगता है |
इसलिए दिमाग को संतुलन में रखने के लिए कभी भी किसी पुरानी बात को पुनर्विचार के
लिए दिमाग में ना लाये |
कोई जिद ना पकड़ें :
कभी कभी मनुष्य का मन किसी एक बात पर अड़ जाता है चाहे वह गलत ही हो |
हमें समझ लेना चाहिए कि जिंदगी कभी किसी एक बात के ऊपर नहीं गुजारी जा सकती है |
समय बदलने के बाद जिंदगी में हुई घटनाएँ और बातें भी बदलने लगती है | इसलिए कभी भी
आप अपने साथ हुए किसी हादसे को लेकर कोई जिद ना करें | बेवजह की जिद करने से ना तो
दिमाग ही सही रहता है और ना ही मनुष्य का दिल सही रहता है | इसलिए दोनों को संतुलन
में रखने के लिए आपको ऐसी स्थिति से बचना चाहिए |
पास्ट की बातों को लेकर खेद ना जताएं :
जो बात एक बार बीत जाती है वह दोबारा कभी नहीं आती है और ना ही वो समय
आपके वश में हो सकता है | इसलिए पुरानी बातों को लेकर अफसोस करने से एक तो आपकी
मानसिक स्थिति कमजोर होने लगती है दूसरा आपका कीमती समय भी व्यर्थ जाने लगता है |
इसलिए जो समय आज आपके पास है उसे बर्बाद ना करते हुए भविष्य के बारे में प्लानिंग
करनी चाहिए | इससे आप दिमागी समस्या से भी बचे रहेंगे और समय का भी उचित उपयोग हो
सकेगा |
ज़िन्दगी कही नहीं ठहरती :
आपको एक बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि जिंदगी कभी किसी एक पल पर नही
रूकती है | ज़िन्दगी में समय बीतने के साथ साथ सब कुछ बदलता है | हर दिन कुछ नए रंग
कुछ नयी बातें हमारे सामने होती है | इसलिए ज़िन्दगी के हर पल के मजे लेने चाहिए
कभी भी किसी पल को खराब ना करें |
दोस्तों दिमाग के संतुलन को सही रखने के लिए कुछ बातें आपको ध्यान
रखनी चाहिए तथा कुछ बातों से परहेज रखना भी बहुत जरूरी होता है | इसलिए आप ऊपर दी
गयी जानकारी को ध्यान में रखते हुए लाभ ले सकते है और दिमाग सम्बन्धी समस्या से बच
सकते है |
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